कोरोना के दूसरे चरण ने भी वर्ष 2021 में जमकर तांडव मचाया है। गत वर्ष से लेकर अब तक कोरोना काल में अच्छे-अच्छे पहलवान जैसे और पढ़े लिखे लोग भी कोरोना की वजह से भयभीत और मानसिक भयाक्रंात हैं। इसमें कोई शक नहीं कि कोरोना एक वायरल बिमारी है। जो कि महामारी नहीं है जिसको …
Continue reading जो डर गया वो मर गया [लघु कथा]
लॉकडाउन है या कमाई का साधन!
लाॅकडाउन कब तक आखिर कब तक???वर्तमान भारत में सरकारी कर्मचारियों की संख्या 11 से 15 प्रतिषत है, जिन्हें वर्तमान स्थिती के आधार पर मासिक वेतन भले कुछ कम हो कर मिले लेकिन समय पर बड़े इत्मिनान से मिल रहा है, उसमें भी लाॅकडाउन से जुड़े अधिकारी वर्ग की कमाई वेतन के अलावा भी बहुत अच्छी …
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‘कोरोना’ कलंकित अपवाद या महामारी?
सन् 2020 धरती के इतिहास में कोरोना वर्श के नाम से अंकित होगा, और साथ ही साथ इस षताब्दि के सबसे बड़े कलंकित अपवाद के नाम से भी“The Scandal of the Millenium”.चीनी उत्पाद कोरोना ने आज पूरे विष्व में अपना कहर और ज़हर बरसा रखा है। यहाॅं तक कि इंसानी जीवन लीला को सन्न से सन्नाटा …
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राह चलें पर रहें सतर्क [3 मई 2020 की घटना]
ये एकदम सही कहा गया है कि ‘‘जा को राखे साॅंईयाॅं, मार सके ना कोई’’ जिसकी सार्थकता का अनुभव हमने स्वयं लाॅकडाउन की यात्रा के दौरान किया। लाॅकडाउन की वजह से भारत के अनेकों प्रांतों में लोग जहाॅं के तहाॅं फॅंसे हुये थे, जिनको लाॅकडाउन 3.0 के विस्तार के दौरान सरकार द्वारा कुछ नियम व …
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